
महापे-शिळफाटा रस्त्यावर दरड कोसळल्याने वाहतूक ठप्प
- Aug 30, 2025
अनवर हुसैन पाकिस्तान में कराची के मंज़ूर कॉलोनी में रहते थे.
वह जब सुबह अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते थे तो पहले चारों तरफ़ देख लेते थे कि कहीं उनकी या उनके बच्चे की जान को कोई ख़तरा तो नहीं है.
वह कहते हैं, “मैं अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट करने से पहले चारों तरफ़ देखा करता था कि वहां कोई हथियारबंद आदमी तो मौजूद नहीं है.”
लेकिन पाकिस्तान छोड़ने के साथ ही उनका डर भी ख़त्म हो चुका है. वह अब पिछले 11 सालों से नेपाल की राजधानी काठमांडू में रह रहे हैं.